Kalpanalok – भाग 2: समय का दरवाज़ा

Samay Ki Surang



🌟 Kalpanalok – भाग 2: समय का दरवाज़ा

🔮 जादुई जंगल की रहस्यमयी कहानी – Fantasy Series

श्रेणी: फैंटेसी | समय यात्रा | रोमांच | रहस्य


📚 पिछले भाग में:

आरव और चिंटू ने एक चमकदार रोशनी का पीछा करते हुए जंगल के बीचोंबीच एक जादुई पेड़ और रहस्यमयी द्वार की खोज की। यह द्वार उन्हें कल्पनालोक की पहली सुरंग तक ले आया।


🚪 भाग 2: समय की सुरंग खुलती है...

जैसे ही आरव ने उस रहस्यमयी द्वार को छुआ, नीली रोशनी की एक लहर जंगल में फैल गई।
ज़मीन कांपी, हवा भारी हो गई, और द्वार धीरे-धीरे खुलने लगा।

उसके पीछे थी एक गहरी, घूमती हुई समय की सुरंग — एक ऐसी दुनिया की ओर जाती हुई जो अब तक केवल कल्पनाओं में थी।

"अब पीछे मुड़ना संभव नहीं है, चिंटू,"
आरव की आंखों में साहस और जिज्ञासा दोनों झलक रहे थे।


🌀 सुरंग के भीतर का समय

जैसे ही दोनों सुरंग में उतरे, उन्हें ऐसा लगा जैसे समय रुक गया हो।
दीवारों पर चलते चित्र जीवित हो उठे —
उड़ते घोड़े, प्राचीन योद्धा, और चमकते हुए क्रिस्टल

अचानक उनके सामने प्रकट हुआ एक हवा में तैरता हुआ साधु


🧙‍♂️ "तुम दोनों चुने गए हो..."

"तुम दोनों ही समय के रक्षक बनने के लिए चुने गए हो,"
साधु की आवाज़ गूंजती हुई सुनाई दी।

"क्यों हम?" चिंटू ने कांपते स्वर में पूछा।

साधु ने बताया:

"कल्पनालोक के भीतर एक रहस्य छिपा है — 'कालकुट मंत्र'। अगर यह बुरे हाथों में चला गया, तो पूरी दुनिया अंधकार में डूब जाएगी।"


🕰️ जादुई वस्तुएं और मिशन

साधु ने आरव और चिंटू को दो रहस्यमयी चीजें दीं:

  • 🕰️ समय-घंटी – जिसकी ध्वनि से समय की दिशा बदलेगी।
  • 🗺️ जादुई नक्शा – जो केवल तब दिखाई देगा जब वे सही राह पर होंगे।

अब उनका सफर एक नई दिशा में मुड़ने वाला था…


🌙 एक नई दुनिया की झलक

सुरंग पार करते ही वे पहुंचे एक नई दुनिया में,
जहां पेड़ बोलते थे और चंद्रमा ज़मीन पर उतर आया था

यह अब सिर्फ साहस की परीक्षा नहीं थी — यह थी समय और आत्मा की कसौटी


क्या होगा आगे?

👉 क्या आरव और चिंटू कालकुट मंत्र को खोज पाएंगे?
👉 उनके असली दुश्मन कौन हैं?
👉 क्या समय उनका साथ देगा या धोखा?


🔜 जाने अगले भाग में: "बोलते पेड़ों की चेतावनी"


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